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Hindi Grammar Lucent Book PDF
important Hindi Grammar Lucent Book PDF
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Hindi Grammar Lucent Book Details
- Nema Book, Hindi Grammar Lucent Book
- Pages Total; 220
- Size PDF; 30 mb
- Language; Hindi Credit : Publication Lucent
Hindi Grammar Lucent Book Topic
भाषा हिंदी : मुख्य तथ्य
- विकास हिंदी भाषा का
- संग्राम के दौरान हिंदी भाषा का राष्ट्रभाषा के रूप में विकास
- हिंदी राज भाषा का सवणत्रा के रूप में विकास
- उपभाषा एंव हिंदी भाषा की बोलिया
- लिपि देवनागरी
- भाषा हिंदी का मानकीकरण
- हिंदी सम्मेलन विश्व
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हिंदी शब्द की उत्पति:
हिंदी शब्द की उत्पति भारत के उत्तर पशिचम में प्रवहमान सिंधु नदी से सबंधित है। की अधिकांश विदेशी यात्री और आक्रांता उत्तर -पश्चिम सिंहद्वार से ही भारत आए । भारत में आनेवाले इन विदेशियों ने जिस देश के दर्शन किए वह सिंधु का देश था ईरान (फ्रांस) के साथ भारत के बहुत प्राचीन काल से ही सबंध थे और ईरान और सिंधु को हिन्दू कहते थे ।
खड़ी बोली:
भारतेन्दु- पूर्व युंग: कड़ी बोली गंध के आरंभिक रचनाकारों में फोर्ट विलियम कालेज के बाहर के दो रचनाकारों – सदासुख लाल नियाज (सुखसागर) व इंशा अल्ला खा (रानी केतकी की कहानी) तथा फोर्ट विलियम कालेज कलकता के दो भाषा मुंशियो -लल्लू लालजी (प्रेम सागर) व सदल मिश्र (नसिकेतोपाख्यान) के नाम उल्लेखनीय है।
आर्य समाज:
(1875 ई) के संस्थापक दयांनद सरस्वती गुजराती भाषा थी एंव गुजराती व संस्कृत के अच्छे जानकार थे। हिंदी का उन्हें सिर्फ कामचलाऊ ज्ञान था पर अपनी बात अधिक लोगो तक पहुंचाने के लिए तथा देश की एकता को मजबूत करने के लिए उन्होंने अपना सारा धार्मिक साहित्य हिंदी में लिखा ।
हिंदी का उसकी बोलियों में रूपांतरण:
हिंदी: किसी मनुष्य के दो पुत्र थे उनमे से छोटे ने पिता से कहा की पिता अपनी सपंति में से जो मेरे अंश होता हैं वो मुझे दीजिए । तब उन्होंने उनमे अपनी सपंति बाँट दी । कुछ दिन बाद छोटा पुत्र सब कुछ इकट्टा करके दूर देश चला गया और वंहा लुच्चेपन में दिन बिताते हुए अपनी उड़ा दी
आधुनिककालीन हिंदी:
(19) सदी के मध्य तक अंग्रेजी सता का महत्व विस्तार भारत में हो चूका था।
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